बच्चों में एसटीएच संक्रमण की जांच के लिए दिल्ली से पहुंची टीम

स्वास्थ्य

नागौर // डीजीएचएस, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार, नई दिल्ली की एक केंद्रीय स्वास्थ्य टीम ने बच्चों में मृदा संचारित हेल्मिंथ (एसटीएच) प्रसार सर्वेक्षण करने के लिए नागौर जिले का दौरा किया।

एनसीडीसी सरकार के लिए नोडल एजेंसी है, जिसके द्वारा पूरे देश में एसटीएच सर्वेक्षण आयोजित कर रहा है। इस सर्वेक्षण के तहत राजस्थान राज्य में एनसीडीसी द्वारा सात प्रहरी स्थलों अर्थात् जयपुर, अजमेर, नागौर, भरतपुर, प्रतापगढ़, राजसमंद और बाड़मेर जिले को सर्वेक्षण करने के लिए चुना गया है।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ राकेश कुमावत ने बताया कि एसटीएच सर्वेक्षण टीम के सदस्य विजयनंत (अनुसंधान सहायक), सरोज बाला (तकनीकी) और अनुकेश सिंह (तकनीकी) ने चिन्हित नागौर जिले के स्कूलों का दौरा किया। टीम ने रैंडमली जिले के 2 स्कूलों के 9-12 वर्ष की आयु के स्कूली बच्चों के बीच सर्वेक्षण किया। केंद्रीय टीम उक्त आयु वर्ग के बच्चों के मल के नमूने एकत्र करेगी और उनमें एसटीएच संक्रमण की जांच करेगी।

सर्वेक्षण के दौरान टीम के सदस्यों ने बच्चों को बताया कि कृमि संक्रमण कैसे होता है, कृमि संक्रमण से कैसे बचा जा सकता है और प्रतिदिन स्वच्छता अपनानी चाहिए। टीम के सदस्यों ने बताया कि सर्वेक्षण के नतीजे राजस्थान सरकार और MoHFW, सरकार को मदद करेंगे। भारत राज्य में कृमि मुक्ति की आवृत्ति पर साक्ष्य आधारित निर्णय लेगा। सर्वेक्षण के दौरान टीम के साथ राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के सहायक नोडल अधिकारी डॉ शुभकरण डोलिया भी मौजूद रहे।