वरिष्ठ भाजपा नेता रिखबदास बोडा नहीं रहे, शहर में शोक की लहर

राजनीति

बीकानेर // वरिष्ठ भाजपा नेता रिखबदास बोडा का मंगलवार दोपहर निधन हो गया। उनके निधन का समाचार आते ही पूरे शहर में शोक की लहर दौड़ गई। बोड़ा पिछले कई दिनों से अस्वस्थ चल रहे थे। उन्होंने पीबीएम अस्पताल के सुपर स्पेशलिटी वार्ड में अंतिम सांस ली। बोड़ा जनसंघ के जमाने के वरिष्ठ नेता रहे हैं और भारतीय जनता पार्टी में उनका नाम पूरे आदर के साथ लिया जाता रहा है।

उनके पुत्र रामेश्वर बोडा ने बताया कि अंतिम संस्कार मंगलवार शाम को 5 बजे बाद नत्थूसर गेट के बाहर गवरा दादी शमशान गृह में किया जाएगा। उनके निधन का समाचार मिलने पर केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, नगर विधायक जेठानंद व्यास, भाजपा के जिला अध्यक्ष विजय आचार्य व वरिष्ठ नेता सत्य प्रकाश आचार्य सहित अनेक लोगों ने शोक व्यक्त किया है। अनेक सामाजिक संगठनों ने भी उनके निधन पर संवेदना व्यक्त की है।

आपातकाल में पुलिस के नहीं आए हाथ

वरिष्ठ भाजपा नेता रिखबदास बोड़ा जनसंघ के नेता रहे हैं। जब देश में इंदिरा सरकार ने आपातकाल लागू कर दिया। उस दौरान हुए पुलिस से छुपते रहे । जनसंघ के जमाने के बड़े नेता होने के कारण पुलिस उन पर पूरी नजर रख रही थी क्योंकि उसे समय जनसंघ के सभी बड़े नेताओं को पुलिस ने जेल में डाल दिया था मगर बोड़ा अचानक भूमिगत हो गए। पुलिस उन्हें गिरफ्तार कर जेल में डालना चाहती थी मगर वह पुलिस के हत्थे नहीं चढ़े। वे आपातकाल के दौरान वेश बदल-बदल कर पुलिस से छुपते रहे। एक बार तो वह साधु के वेश में भी नजर आए मगर पुलिस उन्हें पहचान नही पाई। आपातकाल के बाद 1980 में जब भाजपा का गठन हुआ तो वह भाजपा के वरिष्ठ नेता के रूप में हमेशा चर्चित रहे। बोड़ा एक जुझारू नेता रहे हैं तथा उन्होंने तत्कालीन सरकारों के खिलाफ खूब संघर्ष किया। वह कई जन आंदोलन में अग्रणी रहे हैं।