विद्यार्थी लक्ष्य निर्धारित करें: -मित्तल

शिक्षा

नागौर // भारत विकास परिषद् शाखा नागौर द्वारा राष्ट्रीय प्रकल्प गुरु वंदन छात्र अभिनंदन का आयोजन एच पी एस कॉन्वेंट स्कूल,नागौर में किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ परिषद् के क्षेत्रीय मंत्री संपर्क नृत्यगोपाल मित्तल,वरिष्ठ सदस्य बालकिशन भाटी,बजरंग लाल शर्मा,रवि प्रकाश सोनी,योगेश सोनी और हिंद शिक्षण समूह के निदेशक माणक चौधरी ने मां सरस्वती के दिव्य चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया।सभी भैया बहिनों ने राष्ट्रगीत वंदे मातरम् का समवेत स्वर में गायन किया।कार्यक्रम में मेधावी विद्यार्थियों प्रांजल और यशवंत का परिषद् परिवार द्वारा प्रशस्ति पत्र, सद साहित्य और पारितोषिक प्रदान कर अभिनंदन किया गया।कार्यक्रम में विद्यालय के कुल 18 शिक्षकों का मंगल तिलक लगाकर और कलम प्रदान कर वंदन किया गया।कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के सामूहिक गायन के साथ किया गया।
वरिष्ठ सदस्य रविप्रकाश सोनी ने विद्यार्थियों को नशा मुक्त समाज निर्माण करने,नारी शक्ति का सम्मान करने,पर्यावरण संरक्षण करने और नागरिक कर्तव्य पालन करने की शपथ दिलवाई। बालकिशन भाटी ने परिषद परिवार द्वारा विद्यालय का आभार प्रकट किया और विद्यार्थियों से आगामी समय में परिषद द्वारा आयोजित भारत को जानो,राष्ट्रीय समूहगान प्रतियोगिता और संस्कृति सप्ताह के कार्यक्रमों में उत्साह के साथ भाग लेने का आव्हान किया।

गुरु शिष्य परंपरा पर मुख्य वक्ता के रूप में अपने विचार प्रकट करते हुए नृत्यगोपाल मित्तल ने कहा कि आपके गुरु आपको पढ़ते हैं वह संसार के और आपके जीवन के बहुत महत्वपूर्ण व्यक्ति हैं। उनका आदर व सम्मान करना चाहिए। आपके माता-पिता जी भी आपके प्रथम गुरु है इसलिए उनका आदर सम्मान करना जरूरी है। सवेरे उठने के बाद या विद्यालय आने से पूर्व माताजी पिताजी को प्रणाम करके आना चाहिए।मित्तल ने विद्यार्थियों को जीवन का लक्ष्य निर्धारित करके आगे बढ़ने का आव्हान किया।

इससे पूर्व बजरंग लाल शर्मा ने परिषद् का परिचय करवाया और बताया कि परिषद सेवा,संस्कार,सहयोग,संपर्क समर्पण के मूल्यों पर संचालित होती है। स्वामी विवेकानंद के आदर्शों को लक्ष्य मानकर परिषद् के सदस्य नर को ही नारायण मानकर सेवा भाव से कार्य करते हैं। शर्मा ने बताया कि व्यक्ति निर्माण से राष्ट्र निर्माण के महान लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए भारत विकास परिषद सदैव सामाजिक,सांस्कृतिक क्षेत्र में अग्रणी रहती है। संचालन राजकमल कच्छावा ने किया। शाला के प्रधानाचार्य राजेश्वर राभा, विजेंद्र चौधरी और हिंद पब्लिक कॉन्वेंट स्कूल के निदेशक रामकिशोर डांगा भी उपस्थित थे।