बीकानेर // द्रोणाचार्य तीरंदाजी संस्था अध्यक्ष एवं मुख्य प्रशिक्षक गणेश लाल व्यास ने राज्य के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर से मुलाकात कर उन्हें खिलाड़ियों के हित में ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में व्यास ने अवगत कराया कि राजस्थान सरकार ओपन नेशनल में प्रतिनिधित्व करने वाले खिलाडियों को 2 प्रतिशत कोटे में मानती है लेकिन एसजीएफआई स्कूली नेशनल एवं ऑल इंडिया यूनिवर्सिटी प्रतियोगिता जो कि नेशनल लेवल की प्रतियोगिता है उसके खिलाडियों को 2 प्रतिशत कोटे में नहीं मानती है। यह खिलाडियों के हित के विरुद्ध है उसे 2 प्रतिशत कोटे में शामिल कराए जिससे खेल और खिलाड़ी को प्रोत्साहन मिल सके।
तीरदांजी के मुख्य प्रशिक्षक गणेश व्यास ने आगे बताया कि इस प्रकार का खेल में दोगला पन खिलाड़ियों के हित के हित के विरुद्ध है इसे हटाकर समस्त राष्ट्रीय स्तर पर, ओलंपिक खेल संघ के साथ-साथ ऑल इंडिया यूनिवर्सिटी एवं एसजीएफआई के प्रतिनिधित्व करने वाले खिलाडियों को खेल कोटे में शामिल कर सरकारी नौकरी का लाभ देने के कृपा करें। तभी सच्चे मायने में खिलाड़ियों की बेरोजगारी दूर हो सकेगी।
राजस्थान को छोड़ अन्य राज्यों में यह सुविधा है लागू
द्रोणाचार्य तीरंदाजी संस्थान के अध्यक्ष गणेश लाल व्यास ने शिक्षा मंत्री दिलावर को बताया कि राजस्थान को छोडकर भारत के सभी राज्य / केन्द्रशासित प्रदेश में नेशनल में प्रतिनिधित्व करने वाले खिलाड़ियों को स्पोटर्स कोटे में शामिल किया जाता हैं। उन्होंने अन्तरराष्ट्रीय स्तर, राष्ट्रीय स्तर पर पदक प्राप्त करने वाले खिलाडियों को राज्य सरकार की पॉलिस (ऑउट ट्रन) के आधार पर सरकारी नौकरी दी जाती है और आगे भी कई जनों की दी जा चूकी है लेकिन एसजीएफआई स्कूली नेशनल और ऑल इंडिया यूनिवर्सिटी नेशनल के पदक विजेताओं को ऐसा प्रावधान नहीं है तो मेरा आपसे अनुरोध रहेगा की आप समस्त नेशनल चाहे वह ओपन नेशनल हो या फिर एसजीएफआई नेशनल हो या ऑल इंडिया यूनिवर्सिटी नेशनल इसमें प्रतिनिधित्व करने वाले खिलाडियों को राजस्थान सरकार की सरकारी नौकरियों में मिलने वाले 2 प्रतिशत स्पोटर्स कोर्ट में शामिल किया जाए ताकि पूरे राजस्थान में खेल भावना का विकास हो और खिलाडियों को इससे प्रोत्साहन मिल सके। व्यास के साथ इस दौरान अनेक खिलाड़ी भी थे।