बीकानेर // अतिरिक्त जिला कलक्टर (नगर) रमेश देव ने कहा कि ‘नशा मुक्त भारत’ अभियान के तहत विभिन्न गतिविधियों का आयोजन करते हुए युवाओं को नशे के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूक किया जाएगा। अतिरिक्त जिला कलक्टर (नगर) ने सोमवार को कलक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक में यह निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि युवाओं में बढ़ते नशे की प्रवृत्ति अत्यंत शोचनीय विषय है। इसके मद्देनजर पुलिस और प्रशासन के विभिन्न विभागों द्वारा संयुक्त रूप से कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि नशे की प्रवृत्ति के मद्देनजर पुलिस गश्त को और अधिक बढ़ाया जाए तथा संदिग्ध स्थानों पर नजर रखते हुए अधिकाधिक कार्यवाहियां करें। उन्होंने कहा कि होटलों, रेस्टोरेंट्स तथा ढाबों सहित अन्य स्थानों पर नियमित रूप से जांच की जाएं। स्कूलों तथा कॉलेजों में जागरूकता की विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जाएं। पेरेंट्स मीटिंग में अन्य बिंदुओं के साथ अभिभावकों को नशे के नुकसान के बारे में अवगत करवाया जाए। नो बेग डे के दिन जिले के समस्त स्कूल क्षेत्रों में जागरूकता रैली निकालते हुए नशे से दूर रहने के लिए प्रेरित किया जाए। औषधि नियंत्रक विभाग द्वारा दवाइयों की दुकानों का औचक निरीक्षण किया जाए तथा प्रतिबंधित दवाइयों का विक्रय करने वाली दुकानों के विरूद्ध कठोर कार्रवाई की जाएं। उन्होंने कहा कि जिन खुदरा विक्रेता द्वारा इस प्रकार की दवाइयों का विक्रय किया जा रहा है, उनके विरुद्ध भी कार्रवाई की जाए। उन्होंने आबकारी विभाग को सघन अभियान चलाते हुए रात्रि 8 बजे के बाद और अवैध शराब बेचने वाली दुकानों पर ठोस कार्रवाई करें। उन्होंने कहा कि नशे के विरुद्ध जागरूकता के लिए नुक्कड़ नाटक आयोजित हो तथा एफएम रेडियो आदि के माध्यम से इसका प्रचार हो।
इस दौरान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के संयुक्त निदेशक एल.डी. पंवार, सहायक निदेशक अरविन्द आचार्य, नशा मुक्ति केन्द्र के सचिव रामकिशोर, सरदार पटेल मेडिकल महाविद्यालय के अतिरिक्त प्राचार्य डॉ. रेखा आचार्य, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ देवेन्द्र चौधरी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ राजेश गुप्ता सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहें।