नव चैतन्य हिलोरे लेता जाग उठी है तरुणाई

राजनीति

पूर्व छात्राओं का स्नेह मिलन आयोजित, सांस्कृतिक कार्यक्रम की रही धूम

नागौर // शारदा बालिका निकेतन विद्यालय की पूर्व छात्राओं का स्नेह मिलन कार्यक्रम पूर्व छात्रा डॉक्टर भाग्यश्री ढाका के मुख्य आतिथ्य में संपन्न हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता राष्ट्र सेविका समिति की जिला कार्यवाहिका श्रीमती इंदु चौधरी ने की। वहीं मुख्य अतिथि विद्यालय की पूर्व छात्रा व्याख्याता सुमित्रा चौधरी रही। विद्या भारती जोधपुर प्रांत के पूर्व छात्र परिषद प्रमुख प्रवीण शारदा मुख्य वक्ता रहे। अतिथियों का परिचय एवं स्वागत पूर्व छात्रा परिषद की संयोजक अंजना गहलोत ने करवाया। कार्यक्रम की संयोजक फुलवंती पंवार ने धन्यवाद ज्ञापित किया ।

इस कार्यक्रम में पूर्व छात्रा भावना परिहार, सुनीता माली, मधुबाला ने अपने पुराने अनुभव साझा किये। विद्यालय की बहनों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम में वंदना देशभक्ति गीत नव चैतन्य हिलोरे लेता तथा कदम कदम बढ़ाए जा साधना की राह पर, एवं शास्त्रीय राग बिलावल का गायन और वादन तथा समूह गान व बांसुरी वादन पर अनेक रचनाएं प्रस्तुत की। कार्यक्रम को डॉक्टर भाग्यश्री ढाका तथा पूर्व छात्रा सुमित्रा चौधरी ने संबोधित करते हुए अपने विद्यार्थी जीवन काल के अनुभव साझा किया।

पूर्व छात्राएं विद्या भारती की अमूल्य धरोहर है

मुख्य वक्ता प्रवीण शारदा ने कहा कि पूर्व छात्राएं विद्या भारती की अमूल्य धरोहर है तथा आज विद्या भारती की पूर्व छात्राएं सभी जगहों पर सजग नागरिक की भूमिका समाज में निभा रही है अनेक कार्यों में पूर्व छात्राएं आज देश समाज के हित में कार्य करती हुई भारतीय शिक्षा और संस्कृति के प्रति सजग है इस स्नेह मिलन कार्यक्रम में 150 पूर्व छात्राओं ने हिस्सा लिया पूर्व छात्रा परिषद की तरफ से सभी अतिथियों का सम्मान किया गया। इस स्नेह मिलन कार्यक्रम में पूर्व छात्राओं ने रस्सा कसी, सतोलिया, कबड्डी, रिंग गोल आदि पारंपरिक खेलों का भी आनंद लिया तथा सामूहिक सहभोज का आयोजन भी इस मौके पर किया गया।

ये रहे मौजूद

इस दौरान प्रधानाचार्य श्रीमती कमला चारण, अरुण दहिया, व्याख्याता सुमित्रा देवल,आचार्य सीमा मिश्रा, सरोज चौधरी, अंजू मारू, ममता शर्मा, उषा शर्मा, प्रीति सोनी, संगीत प्रमुख मेघराज राव, विनोद जोशी सहित विद्यालय की सभी आचार्य बहन जी एवं बड़ी संख्या में पूर्व छात्राएं उपस्थित रही कार्यक्रम का संचालन आचार्य शीतल कंवर ने किया शांति मंत्र के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया।