किसानों के फसल उत्पादन बढ़ाने व फसल बीमा पर की चर्चा
नागौर // किसान आयोग के अध्यक्ष सीआर चौधरी शुक्रवार को एक दिवसीय नागौर दौरे पर रहे। इस दौरान उन्होंने कृषि विभाग भवन में कृषि विभाग व संबंधित विभागीय अधिकारियों की बैठक लेकर विभिन्न कार्यों व कृषि योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने किसानों के उत्पादन बढ़ाने पर चर्चा करते हुए किसानों को फॉर्म पौंड के लिए प्रेरित करने के निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने कहा कि खेत का पानी खेत में रोकने के प्रयास के लिए फॉर्म पौंड अच्छी पहल है, जो किसानों के लिए प्रकृति का एक अहम योगदान है। इससे अधिक बारिश में फसलों को नुकसान से बचाया जा सकता है व कम बारिश में भी अच्छी पैदावार की जा सकती है।
इस दौरान उन्होंने कहा कि धान के स्टोरेज के लिए जिले में कोल्ड स्टोरेज के प्रयास किया जा रहे हैं। वहीं विभागीय अधिकारी व किसान सरकारी बजट के प्रावधानों के अनुसार मांग करते रहें। इस दौरान उन्होंने किसानों को उन्नत तकनीक से कृषि करने के प्रावधानों पर चर्चा की। इस दौरान कृषि मंडी सचिव रघुनाथराम सिंवर ने बताया कि मेड़ता कृषि मंडी सुपर ए-क्लास की मंडी है, लेकिन स्टाफ की कमी से किसानों को काफी परेशानी होती है। इस दौरान उन्होंने जिले में मसाला यूनिट, पान मेथी आदि यूनिट लगाने की मांग पर भी चर्चा की। बैठक में सीआर चौधरी ने बारिश में खराबे की कार्रवाई पर जिला कलक्टर के कार्यों की सराहना की। इस दौरान उन्होंने कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह बीमा कंपनी प्रतिनिधियों को बुलाकर पॉलिसी के तहत किसानों को उचित क्लैम दिलवाने के लिए पाबंद करें। जिस पर कृषि अधिकारियों ने बताया कि बीमा कंपनी का कार्यालय जिला मुख्यालय पर स्थापित हो तथा यहां सक्षम अधिकारी की नियुक्ति की जाएं, जिससे किसानों को समस्याओं से निजात मिल सके।
बैठक में चौधरी ने डिस्कॉम के अधिकारियों से किसानों को दी जाने वाली बिजली आपूर्ति के बारे में जानकारी ली तथा इस दौरान उन्होंने कुसुम योजना के व्यापक प्रचार प्रसार पर भी जोर दिया। इस दौरान जिला परिषद सीईओ रविंद्र कुमार ने कुसुम योजना पर विस्तृत जानकारी दी। चौधरी ने कहा कि किसान चौपाल में भी किसानों की भागीदारी बढ़ाने के प्रयास करें तथा कृषि विज्ञान केन्द्र में उत्तम क्वालिटी का बीज उपलब्ध करवाएं। इस दौरान उन्होंने कृषि अधिकारी उद्यान स्वरूप राम जाखड़ से फलदार पौधों के उत्पादन के बारे में जानकारी ली तथा अनार की खेती पर विस्तृत चर्चा की। जिस पर अधिकारियों ने बताया कि नागौर में फलदार पौधों के उत्पादन को लेकर मार्केटिंग की समस्या आ रही है। किसान तकनीकी जानकारी लेकर अच्छी पैदावार कर सकते हैं। इस दौरान चौधरी ने पशुपालन विभाग के अधिकारियों से आवश्यक जानकारी लेते हुए पशु मेला पर भी चर्चा की। इस दौरान उन्होंने गोपालकों को प्रेरित करने के निर्देश दिए।
बैठक में चौधरी ने कृषि मंडी, को-ऑपरेटिव, पशुपालन विभाग सहित संबंधित विभिन्न विभागीय अधिकारियों से चर्चा की।
इस दौरान बैठक में भाजपा जिलाध्यक्ष रामनिवास सांखला, जिला महामंत्री रमेश अपूर्वा, कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक हरीश मेहरा, सहायक निदेशक शंकरराम सियाग, मेड़ता सहायक निदेशक रामप्रकाश बेड़ा, हॉर्टिकल्चर सहायक निदेशक अर्जुनराम मूंडेल, गोविंद राम जाखड़ संयंत्र प्रबंधक बीज निगम डॉ. गंगाराम सियाग बीज प्रमाणीकरण अधिकारी, डॉ. गोपीचंद डॉ. बुधाराम ज्यानी कृषि विज्ञान केंद्र नागौर पशुपालन विभाग के महेश कुमार मीणा, कॉ-ऑपरेटिव गंगाराम, डॉ. रोहिताश बाजिया सहायक अनुसंधान केंद्र नागौर, देवेंद्र सिंह राठौड़, ओंकार सिंह राठौड़ प्रशासनिक अधिकारी, बीआर मिर्धा कॉलेज के प्रोफेसर रणजीत पूनियां, कृषि महाविद्यालय डीईएन जे.आर. वर्मा, महावीर सांदू सहित विभागीय अधिकारी व प्रगतिशील किसान भी मौजूद रहे।