शारदा बाल निकेतन में 90% से अधिक अंक लाने वाली 24 प्रतिभाओं को किया सम्मानित

शिक्षा

नागौर // शहर के शारदा बाल निकेतन उच्च माध्यमिक विद्यालय में आज प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। प्रधानाचार्य गेनाराम गुरु ने बताया कि अर्धवार्षिकपरीक्षा में 90% से अधिक अंक प्राप्त करने वाले 24 छात्रों को आज विद्यालय में सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि प्रशिक्षु आरएएस अधिकारी रजत सिराणा रहे वही कार्यक्रम में विशेष अतिथि कृषि अनुसंधान केंद्र में कृषि वैज्ञानिक राजदीप मूंदियाड़ा रहे। विद्यालय के व्यवस्थापक घासीराम चौधरी सह व्यवस्था प्रमुख रामप्रसाद कासनिया कोषाध्यक्ष जितेंद्र वैष्णव आदि भी मंच पर मौजूद रहे।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आरएएस अधिकारी रजत सिराणा ने कहा कि विश्व के कल्याण की भावना को प्रकट करने वाली भारतीय शिक्षा ही है और वही शिक्षा का असली महत्व भी है इसलिए शिक्षा के माध्यम से हम सब भारत ही नहीं संपूर्ण विश्व के कल्याण की कामना करते हैं इसलिए भारत की शिक्षा व्यवस्था विश्व में उच्च श्रेणी की है। उन्होंने कहा कि युवा शक्ति ही भारत को शिक्षा के माध्यम से परम वैभव पर पहुंचा सकती है। इसलिए स्वतंत्रता सेनानियों के सपनों को पूरा करने के लिए युवाओं को शिक्षा के साथ संस्कार ग्रहण करके आगे आना होगा। उन्होंने विद्यार्थियों को अपने निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप आगे बढ़ने के प्रेरणा दी साथ ही कहा कि हम जितनी मेहनत करेंगे प्रकृति भी उतना ही हमारे साथ न्याय करेगी।

इस मौके पर कृषि वैज्ञानिक राजदीप मूंदियाड़ा ने कहा कि संगीत और प्रार्थना कार्यक्रम से विद्यार्थियों को पॉजिटिव एनर्जी प्राप्त होती है । जब पॉजिटिव मानसिकता रहती है तब हम जीवन के सभी काम पॉजिटिव करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि भारत की शिक्षा और भारत के संस्कार विश्व में अपना महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं तथा इसके बल पर ही भारत विश्व में आत्मनिर्भर बना है। उन्होंने कहा कि हमें पर्यावरण के प्रति भी गंभीर होना चाहिए हमें पर्यावरण और अपने स्वास्थ्य के प्रति तथा जल के प्रति एवं संपूर्ण प्रकृति के प्रति सचेत होकर कार्य करना होगा कार्यक्रम में विद्यालय के विद्यार्थियों ने संगीत के साथ प्रार्थना कार्यक्रम एवं देशभक्ति गीतों की प्रस्तुति भी इस अवसर पर दी व्यवस्थापक घासीराम चौधरी ने धन्यवाद ज्ञापित किया इस मौके पर अभिभावक गणेशराम बुगासरा, हरिराम गुरु, कैलाश राम लोयल, जंवरीलाल जांगिड़, प्रेमाराम गुरु, मेघराज राव, घेवरराम, रोहित व्यास लक्ष्मीनारायण, गजेंद्र सारस्वत, भागीरथ बाना सहित विद्यालय के प्रतिभावान छात्र एवं अभिभावक तथा अन्य विद्यार्थी एवं आचार्य गण उपस्थित रहे राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया।