नागौर। // भारतीय किसान यूनियन टिकैत ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत की जाने वाली क्रॉप कटिंग की रेंडम सूची जल्द से जल्द जारी करवाने की मांग की है। यूनियन ने अपनी मांग को लेकर मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन आज नागौर कलेक्टर को दिया है।
बीकेयू के जिलाध्यक्ष अर्जुनराम लामरोड ने बताया कि इस बार बारिश जल्दी आने के कारण किसानों ने बुआई 10 जून के आसपास कर दी थी और फसलें भी अच्छी थी परन्तु 20 जुलाई के बाद अल-नीनो के प्रभाव के कारण पश्चिम राजस्थान में बारिश बिल्कुल भी नहीं हुई है और साथ में रोग और कीड़ों का प्रकोप चरम सीमा पर रहा,जिसके कारण किसानों की फसलें पूरी तरह बर्बाद हो चुकी। बीकेयू के मीडिया प्रभारी रामपाल धौलिया ने बताया की पश्चिम राजस्थान की मुख्य फसल मूंग हैं। और मूंग की फली लट (कीड़ा) लगने के कारण लगभग समाप्त हो चुकी है और बची हुई फसलों को किसानों ने मूंग की कटाई शुरू कर दी है। धोलिया ने बताया की प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत फसल खराबे का आकलन फसल कटाई प्रयोग (crop cutting) के आधार पर किया जाता है। फसल कटाई प्रयोग राजस्व मंडल अजमेर द्वारा रेंडम सूची निकालकर जिले के सांख्यिकी विभाग द्वारा किया जाता है। राजस्व मंडल द्वारा अभी तक रेंडम सूची भी जारी नहीं की और उसके बाद में प्राथमिक कार्यकर्ताओं की ट्रेनिंग भी होगी और यह कार्य होने में लगभग सितंबर पूरा चला जाएगा। तब तक अधिकतर किसान फसलों को काट लेंगे और खेतों में बिल्कुल भी फसल नहीं बचेगी। फिर मान्यवर फसल कटाई प्रयोग कैसे संपादित होंगे?
ज्ञापन में बताया गया है कि किसानों के ऊपर आई प्राकृतिक आपदा को ध्यान में रखते हुए राजस्थान के किसानों की तरफ़ से मांग है कि फसल कटाई प्रयोग एवं सूची तत्काल प्रभाव से जारी कर पटवारी और कृषि पर्यवेक्षकों को जल्द से जल्द ट्रेनिंग देकर फसल कटाई प्रयोग शुरू किया जाए ताकि किसानों को फसल बीमा का वास्तविक लाभ मिले। साथ ही प्राथमिक कार्यकर्ताओं को पाबंद किया जाए की क्रॉप- कटिंग वास्तविक हो अन्यथा शिकायत होने पर सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई करने की मांग रखी। ज्ञापनमे बताया है कि अगर फसल कटाई प्रयोग अगस्त महीने में नहीं हुई तो प्रयोग सिर्फ कागजी खानापूर्ति के लिए होंगे तथा किसानों को लाभ नहीं मिलेगा और किसानों को भारी आर्थिक नुकसान होगा।तथा किसानों को ऋण भी चुकता करना है तथा खाद बीज का बकाया चुकाने के लिए कोई भी विकल्प नहीं बचेगा तथा राज्य के किसान मजबूरन सड़कों पर होंगे।
यह रहे मौजूद
जाट महासभा से डॉक्टर रामकरण डूकिया, कांग्रेस के जिला सचिव प्रेमसुख जाजड़ा, इंटक जिला अध्यक्ष मेहराम धोलिया, पपूराम सारण आदि किसान मौजूद थे।