लघु उद्योग, कुटुंब प्रबंधन व सशक्तिकरण को लेकर महिलाएं कल करेंगी मंथन

समाज

शारदा बाल निकेतन में रविवार को होगा मरूधरा महिला मंच का शक्ति समागम, 2500 से अधिक महिलाओं की रहेगी भागीदारी

नागौर // रविवार को शहर का शारदा बाल निकेतन एक नए इतिहास का साक्षी बनने जा रहा है। यहां नागौर शहर सहित आस पास के कस्बों व गांवों की 2500 से अधिक महिलाएं लघु उद्योग, कुटुंब प्रबोधन व महिला सशक्तिकरण को लेकर घंटों मंथन करेगी। ये आयोजन मरूधरा महिला मंच नागौर के तत्वावधान में शहर में पहली बार होने जा रहा है। महिलाएं आत्मनिर्भर बनकर पहली बार अपने दम पर इतना बडा आयोजन करने जा रही है। इस दौरान महिला शक्ति का सामूहिक रूप से प्रकटीकरण होगा। बाद में इस कार्यक्रम में मौजूद सभी महिलाओं का सामूहिक भोज भी होगा; इस आयोजन को लेकर शारदा बाल निकेतन में शनिवार को दिनभर तैयारियां चलती रही।
कार्यक्रम की संयोजिका इंदुमति चौधरी ने बताया कि परिवार से ही प्रारंभ होने वाली भूमिका की दृष्टि से कुटुंब प्रबोधन, सामाजिक समरसता व पर्यावरण का कार्य इस विषय पर जोर रहेगा। अपने परिवार से प्रारंभ होकर इस विषय को समाज क्षेत्र की ओर ले जाए इस भाव जागरण में वृद्धि करने की चर्चा होगी। इसी प्रकार समाज सहभागिता के माध्यम से होने वाले विषय धर्म जागरण, सामाजिक सद्भाव, घुमंतू कार्य, ग्राम विकास व गौ सेवा के कार्य में सामूहिक रूप से मातृ शक्ति की भूमिका बढे इस दृष्टि से उद्बोधन मिलेगा। उन्होंने बताया कि मातृ शक्ति स्वदेशी भाव के जागरण के साथ-साथ स्वयं भी स्वदेशी भाव की वाहक बने इस दृष्टि से शक्ति समागम में लघु कुटीर उद्योग की स्टालें भी कार्यक्रम स्थल पर लगाई जाएगी। इस माध्यम से समाज जीवन के अन्य जरूरतमंद परिवार व महिलाएं भी स्वावलंबी व आत्मनिर्भर पर हो सके ऐसा प्रयास भी मातृशक्ति के माध्यम से हो यही शक्ति समागम का एक महत्वपूर्ण कार्य है।
इस शक्ति समागम के दृष्टि से मातृ शक्ति की बैठक कार्यक्रम स्थल पर संपन्न हुई । बैठक में राष्ट्र सेविका समिति जिला कार्यवाहिका इंदुमति चौधरी, कमला चारण विभाग समन्वयिका, सुधा अग्रवाल, नीलू खङलोहिया, सरिता जोशी, शोभा सारडा, पुष्पा बागड़िया, सुनीता सिद्ध, अंजू सामरिया सहित अनेक मातृशक्ति कार्यकर्ता उपस्थित रहे। यहां बालिकाओं ने कई तरह की रंगोलियां भी बनाई है। बेठक में मरूधरा महिला मंच ने कल होने वाले कार्यक्रम की विस्तार से सभी कार्यकर्ताओं को जानकारी दी;