हाईकोर्ट से स्टे मिलने के बाद रविवार को श्रीमती बोथरा ने कार्यभार ग्रहण किया

नागौर // राजस्थान हाई कोर्ट से स्टे मिलने के बाद रविवार को श्रीमती मीतू बोथरा ने नगर परिषद सभापति पद का कार्यभार पुनः ग्रहण कर लिया। वे मई से गलत पट्टा जारी करने के आरोप में निलंबित चल रही थी। सरकार के इस आदेश के खिलाफ मीतू बोथरा को दो दिन पूर्व हाईकोर्ट से स्टे मिला था। इस आधार पर उन्होंने रविवार को नगर परिषद पहुंच कार्यभार ग्रहण किया। पदभार ग्रहण करने से पहले श्रीमती मीतू बोथरा ने नगर परिषद कार्यालय में स्थित भगवान गणेश के मंदिर में पूजा अर्चना की। इस दौरान पूरा परिसर भगवान गजानंद के जयकारों से गूंज उठा। उसके बाद उन्होंने विधिवत रूप से अपना कार्यभार ग्रहण किया। उनके सभापति की सीट पर ताबीज होते ही चेंबर में लोगों ने श्रीमती बोथरा को फूल मालाओ से लाद दिया। उनके पति पार्षद नवरतन बोथरा ने भी उन्हें माला पहनाई। इस दौरान पूर्व सभापति अध्यक्ष अशोक कुमार मच्छी, पार्षद विशाल शर्मा, भजन सिंह, हरिराम जाखड़, गोविंद कड़वा, नरेंद्र चौधरी, यतिराज शर्मा, धनराज सैन, पार्षद पिंकी जैन सहित अनेक पार्षद मौजूद थे। सभापति मीतू बोथरा ने दिवंगत सभापति कृपाराम सोलंकी के चित्र पर माला पहनाकर श्रद्धासुमन अर्पित कर फिर सीट पर काबिज हुई। इसअवसर पर भगवानाराम धारणिया, न्यायिक कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष विनोद कुमार भाटी, युवा नेता प्रवीण सोलंकी, महेंद्र सुराणा, विजय व्यास सहित परिषद स्टाफ मौजूद था।
