नागौर: भाजपा व कांग्रेस की सूची में पुराने चेहरे रिपीट, कांग्रेस ने 5 तो भाजपा ने 4 सीटों को होल्ड पर रखा

राजनीति

कांग्रेस की पहली सूची में 5 में से 3 प्रत्याशी गहलोत के व 2 सचिन पायलट खेमे के, वहीं भाजपा की 6 सीटों में से 4 वसुंधरा खेमे के प्रत्याशीभाजपा-कांग्रेस की सूचियों का पोस्टमार्टम

भाजपा-कांग्रेस की सूचियों का पोस्टमार्टम

प्रमोद आचार्य

नागौर // जब भाजपा की शनिवार को दूसरी लिस्ट जारी की तो मजबूरी में कांग्रेस ने भी अपनी पहले से तैयार प्रथम सूची जारी कर दी मगर कांग्रेस की इस पहली लिस्ट पर नजर डालें तो इस सूची में अशोक गहलोत व सचिन पायलट का का बराबरी की दबदबा नजर आ रहा है। वहीं भाजपा की नागौर जिले की सूची में वसुंधरा के समर्थक रहे पूर्व विधायकों को ही मैदान में उतारा गया है। उधर नागौर की सीट को हॉल्ड पर रखकर कांग्रेस ने इस सीट को हॉट सीट मना लिया है। कारण कि यहां भाजपा ने आज ही जारी की अपनी सूची में हाल ही में कांग्रेस से भाजपा में आई पूर्व सांसद ज्योति मिर्धा को टिकट दिया है। ऐसे में इस सीट को होल्ड पर रखना कोई बडा गुल खिला सकता है। कमोबेश यही स्थिति कांग्रेस की नागौर व मकराना जैसी सीटों की है। इनको भी कांग्रेस ने होल्ड पर रखकर कार्यकर्ताओं को असमंजस में डाल दिया है।

अब बात पहले भाजपा की सूची की

भाजपा की दूसरी सूची शनिवार को जैसी ही जारी हुई उदय भास्कर ने सबसे पहले सूची के नामों पर मंथन किया तो पाया कि भाजपा ने 10 में से 6 सीटों क्रमशः जायल, नागौर, मेडता, मकराना, परबतसर व नावां सीट से अपने प्रत्याशी उतारे हैं। यहां समझने वाली बात ये है कि इनमें से अधिकांश चेहरे पुराने है और ये सभी वसुंधरा समर्थक है। नागौर व मकराना में नया नाम जरूर है मगर मकराना से भाजपा ने सुमीता भींचर को टिकट दिया है जबकि इनके ससुर श्रीराम भींचर भाजपा से विधायक रह चुके हैं तथा वे वसुंधरा के खेमे से माने जाते हैं। इसी तरह नावां से विजयसिंह चौधरी, परबतसर से मानसिंह किनसरिया व जायल से डा मंजू बाघमार सभी वसुंधरा खेमे के हैं तथा ये सभी पहले विधायक रह चुके हैं।

नागौर व मेडता से नए चेहरे

भाजपा की इस सूची में नागौर व मेडता से नए नाम है। नागौर सीट से पूर्व सांसद ज्योति मिर्धा को भाजपा ने मैदान में उतारा है। ज्योति मिर्धा कांग्रेस से 2009-2014 तक नागौर की सांसद रही है और अभी हाल ही में उन्होंने कांग्रेस छोड भाजपा का दामन थाम लिया था। हालांकि उनका नाम खींवसर सीट से चल रहा था मगर एनवक्त पर उन्हें नागौर से चुनाव मैदान मं उतारा गया है। ठीक इसी तरह कांग्रेस छोड भाजपा में आए मेडता के निकट कलरू गांव के लक्षमणराम मेघवाल को भाजपा ने टिकट दिया है। लक्ष्मणराम पूर्व में कांग्रेस के टिकट पर मेडता सीट से भाजपा के सामने हार चुके हैं। बाद में पिछले चुनावों में टिकट नहीं मिलने पर ये निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतरे तथा भाजपा व कांग्रेस दोनों प्रत्याशियों को पीछे धकलते हुए दो नंबर पर रहे। इन्हें आरएलपी की इंदिरा बावरी ने हराया। इस तरह लक्ष्मणराम मेघवाल ने अपनी मजबूती साबित की। पिछले चुनावों में मेडता सीट पर भाजपा प्रत्याशी भंवरूराम रिठारिया तीसरे नंबर पर और कांग्रेस प्रत्याशी श्रीमती सोनू चितारा चौथे नंबर पर रही थी। चुनावों के बाद लक्ष्मणराम ने भाजपा ज्वाइन कर ली और वे लगातार भाजपा में सक्रिय बने रहे। इसी कारण भाजपा ने उन्हें मजबूत प्रत्याशी मान मैदान में उतारा है। कांग्रेस अभी तक यहां से अपने उम्मीदवार तय नहीं कर पाई है। बहरहाल, भाजपा ने लाडनूं, डेगाना, डीडवाना और खींवसर सीट को होल्ड पर रखा है। उधर वसुंधरा के कटटर समर्थक यूनुस खान डीडवाना से दावेदारी जता रहे हैं मगर भाजपा ने उन्हें इस बार भी टिकट नहीं दिया अभी उनकी दावेदारी होल्ड पर रखी गई है। पिछली बार भी डीडवाना के सीटिंग विधायक रहते हुए भाजपा ने उनका टिकट काट लिया और बाद में उन्हें टोंक में कांग्रेस के सचिन पायलट के सामने उतारा जहां उन्हें हार का सामना करना पडा था। यूनुस खान का पहली सूची में नाम नहीं आना कोई बडा संकेत दिखाई पड रहा है।

अब बात कांग्रेस की सूची पर

कांग्रेस ने अपनी पहली सूची में नागौर की 10 में से 5 सीटों पर उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं। कांग्रेस ने इन सभी सीटों पर अपने वर्तमान विधायकों को ही उम्मीदवार बनाया है। इनमें लाडनूं से मुकेश भाकर, परबतसर से रामनिवास गावडिया, डेगाना से विजयपाल मिर्धा, जायल से मंजूदेवी मेघवाल तथा डीडवाना से चेतन डूडी का नाम है। इन 5 में से 2 उम्मीदवार मुकेश भाकर व रामनिवास गावडिया दोनों सचिन पायलट खेमे के सीटिंग विधायक है जबकि डेगाना, जायल व डीडवाना के उम्मीदवार अभी सीटिंग विधायक है तथा ये अशोक गहलोत खेमे के हैं। कांग्रेस की ओर से अब नागौर, मकराना, नावां, खींवसर व मेडता के उम्मीदवार घोषित करना शेष है। कांग्रेस की ओर से इन 5 इन सीटों को होल्ड रखा गया है। इनमें से दो सीटों क्रमशः नागौर व मकराना में कांग्रेस से अल्पसंख्यक समुदाय की ओर से दावेदारी की जाती रही है। मकराना से कांग्रेस के जिलाध्यक्ष जाकिर हुसैन गैसावत और नागौर सीट से हबीबुरर्हमान दावेदार है मगर इन दोनों पूर्व विधायकों को पिफलहाल पहली सूची में जगह नहीं मिली है।

दोनों दलों को आरएलपी की सूची का इंतजार

उधर नागोर सांसद हनुमान बेनीवाल की पार्टी आरएलपी की ओर से कोई सूची जारी नहीं हुई है। जिस तरह आमजन को आरएलपी की सूची का इंतजार है वैसे ही भाजपा व कांग्रेस दोनों दलों को भी आरएलपी की सूची का इंतजार है। माना जा रहा है कि भाजपा व कांग्रेस ने जिन सीटों को होल्ड पर रखा है वहां आरएलपी के उम्मीदवारों के नाम आने के बाद पैदा होने वाले समीकरणों के बाद ही दोनों दल अपने पत्ते खोलेंगे। जानकारों की मानें तो आरएलपी दोनों दलों से बागी होने वाले नेताओं पर दांव खेल सकती है। बहरहाल, भाजपा व कांग्रेस की सूचियां जारी होने के बाद अब राजनीतिक माहौल गरमाने की पूरी पूरी संभावना है मगर आरएलपी की सूची आने के बाद ही तस्वीर स्पष्ट होगी क्योंकि आरएलपी की सूची के बाद कई सीटों पर त्रिकोणात्मक हालात खडे होंगे और उससे ही चुनाव रोमाचंक होंगे।