नागौर // आर्य समाज मंदिर में महर्षि दयानंद सरस्वती के 137 में निर्वाण दिवस पर हवन का आयोजन किया गया। इस दौरान वैदिक मंत्रों के साथ हवन में आहुतियां दी गई महर्षि दयानंद ने 30 अक्टूबर 1888 अमावस दीपावली के दिन भिनाय कोठी अजमेर में ‘ईश्वर तेरी इच्छा पूर्ण हो’ कहकर अपनी नश्वैर देह का त्याग किया था।। प्रभारी सीताराम तांडी ने बताया कि स्वामी जी ने ‘सब पर कृपा करो भगवान सबका सब विधि हो कल्याण’ इस मूल मंत्र के साथ ही विश्व कल्याण की कामना की थी।
इस आयोजन में पूर्व सांसद ज्योति मिर्धा, विधायक मोहनराम चौधरी, कृपाराम देवड़ा, आर्य समाज के संरक्षक चंद्र प्रकाश अग्रवाल, जिला मंत्री गजेंद्र परिहार, उप प्रधान रामकुमार चौधरी, मंत्री घनश्याम पित्ती, उप मंत्री पवन, कोषाध्यक्ष मोहन पवार, मुकुंद पित्ती, गोविंद सोनी, राजाराम चांडक, द्वारका प्रसाद सोनी, भूराराम हरड़ू, छोटूनाथ, पतंजलि योग समिति के जिला प्रभारी महेंद्र सोनी, युवा प्रभारी मे जितेंद्र चौधरी, वासुदेव अग्रवाल, रामचंद्र दूधवाला, मियाला राम, इंदिरा बिश्नोई, प्रीति सेन, सुभाष, बाबूलाल, छवि सैन, गणमान्य लोगो ने हवन वैदी में वैदिकमंत्रो के साथ आहुतियां दी।