चीन में श्वसन रोग के मामले बढ़ने पर स्वास्थ संबंधी तैयारियों को लेकर हुई मोकड्रिल

स्वास्थ्य

नागौर // चीन में श्वसन रोग के मामलों में वृद्धि को देखते हुए जिले के चिकित्सा प्रबंधन को अलर्ट करने के उद्देश्य से गुरूवार को मौकड्रिल का आयोजन किया गया।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. महेश वर्मा ने बताया कि भारत सरकार की ओर से जारी पत्र एवं उपलब्ध सूचनाओं के अनुसार अभी तक स्थिति चिंताजनक नहीं है, लेकिन प्रदेशभर में संक्रामक रोगों की सर्विलेंस एवं रोकथाम के लिए चिकित्सा प्रबंधन क़ो पूरी सतर्कता के साथ कार्य करने के दिशा निर्देश राज्य स्तर से जारी किये गए है! सभी चिकित्सा संस्थानों में जांच, दवा, उपचार आदि के समुचित इंतजाम सुनिश्चित रखने के निर्देश वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से अधिकारियों को मिले थे जिस पे यहां मोकड्रिल की गई। गुरूवार को जेएलएन राजकीय अस्पताल नागौर सहित जिले के समस्त राजकीय चिकित्सा संस्थानों में मौकड्रिल की गई। उन्होंने बताया कि पंडित जेएलएन राजकीय अस्तपाल में हुई मॉकड्रिल का जायजा लिया गया।इस मॉकड्रिल के दौरान बैड, जांच, दवा, एम्बुलेंस, मानव संसाधन एवं आवश्यक उपकरणों आदि की मॉनिटरिंग की गई । इस दौरान प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ. महेश कुमार वर्मा तथा एपीडेमोलॉजिस्ट साकिर खान मौजूद रहे।
डॉ. वर्मा ने बताया कि फिलहाल भारत में इस बीमारी का एक भी मामला सामने नहीं आया है। फिर भी एहतियातन चिकित्सा तंत्र को मजबूत रखने की दृष्टि से सजगता बरती जा रही है। चूंकि चीन में बच्चों में श्वसन रोग के मामले अधिक सामने आए हैं इसे देखते हुए शिशु रोग इकाइयों एवं मेडिसिन विभाग में उपचार के पर्याप्त इंतजाम रखने के निर्देश राज्य स्तर से मिले है। बच्चों, वृद्धजनों, गर्भवती महिलाओं एवं को-मोरबिड रोगियों में संक्रमण की आशंका अधिक रहती है। अतः बचाव की दृष्टि से आमजन को आवश्यक उपाय अपनाने के लिए विभाग द्वारा जागरूक भी किया जा रहा है। उन्होंने ने बताया कि चूंकि यह एक संक्रामक बीमारी है, इसलिए इसके रोगियों के लिए अलग से स्वास्थ्य सुविधाएं देना हमारी पहली प्राथमिकता होंगी। गाइडलाइन के अनुरूप सभी आवश्यक कदम उठाये जाएंगे।

जिला स्तरीय रेपिड रेस्पोंस टीम का गठन

चीन देश में फैल रहे श्वसन रोग के संदर्भ में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के निदेशालय के निर्देशानुसार नागौर जिले में जिला स्तरीय रेपिड रेस्पोंस टीम का गठन कर दिया गया है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. महेश वर्मा ने बताया कि जिला स्तरीय रेपिड रेस्पोंस टीम में उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. रतनाराम बिड़ियासर, स्वसन रोग विशेषज्ञ डॉ. राजेन्द्र बेड़ा, शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. मूलाराम, एपीडेमोलॉजिस्ट साकिर खान तथा माइक्रोबॉयोलॉजिस्ट संुनील भार्गव को शामिल किया गया है।