बीकानेर को मिली पहले राष्ट्रीय स्तरीय आईटी एकेडमिक सेंटर (नाईलिट) की सौगात

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केन्द्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने किया उद्घाटन, 7 करोड़ रुपए की लागत से बनाया गया सेंटर

बीकानेर // बीकानेर जिले को पहली राष्ट्रीय स्तरीय आईटी एकेडमिक संस्थान की सौगात मिली है। केन्द्रीय कानून मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने शुक्रवार को डूंगर महाविद्यालय परिसर में नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी (नाईलिट ) के केंद्र का उद्घाटन किया। सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय भारत सरकार के अन्तर्गत आने वाले इस संस्थान में युवाओं को आईटी, एआई, इलेक्ट्रॉनिक, स्किल डेवलपमेंट जैसे कोर्सेस करने का अवसर मिलेंगे। नाईलिट के इस सेंटर में लगभग डेढ़ सौ कंप्यूटर की सुविधा युक्त लैब स्थापित कर की गई है। इस सेंटर का एक भाग डूंगर महाविद्यालय में तथा एक अन्य हिस्सा इनोवेशन सेंटर के रूप में एमजीएसयू परिसर में संचालित किया जाएगा। इस केन्द्र के निर्माण में 7 करोड़ रुपए की लागत आई है।

वर्तमान समय औधोगिक विकास का

उद्घाटन अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में केंद्रीय कानून एवं न्याय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने कहा कि विज्ञान और तकनीक ने हर युग में मानव जीवन को आसान बनाया है। वर्तमान समय औद्योगिक विकास का 4.0 युग है। इस में सूचना और प्रौद्योगिकी व तकनीक की सबसे बड़ी भूमिका होगी। ऐसे में नयी आवश्यकताओं के अनुरूप नये हुनर की जरूरत होगी। हमारे युवाओं को रोजगार मिले इसके लिए उन्हें शिक्षित होने के साथ कौशल सीखने पर विशेष ध्यान देना‌ होगा। इसी क्रम में बीकानेर में नाइलिट सेंटर खुलवाया गया है।यह सेंटर यहां के युवाओं को सक्षम और सबल बनाएगा तथा बीकानेर के आईटी हब बनने की दिशा में नींव का पत्थर साबित होगा। मेघवाल ने बीकानेर के युवाओं को नाइलिट सेंटर खुलने की बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह देश का 51 वां तथा राजस्थान का तीसरा सेंटर है। बीकानेर में उच्च शिक्षा में चालीस हजार से अधिक विद्यार्थी है। यदि उच्च शिक्षा के दौरान वे नाइलिट कोर्सेस से जुड़ते हैं तो उन्हें रोजगार के अधिक अवसर मिलेंगे। उन्होंने बताया कि बीकानेर सेंटर को दो स्थानों पर स्थापित किया गया है। डूंगर महाविद्यालय के साथ-साथ एमजीएसयू परिसर में नाइलिट का इनोवेशन सेंटर बनाया गया है। यहां विद्यार्थियों के लिए समुचित फीस में कोर्सेस उपलब्ध करवाए जाएंगे ताकि वे अधिकतम लाभ ले सकें।
मेयर श्रीमती सुशीला कंवर राजपुरोहित ने कहा कि वर्तमान युग आईटी का है। बीकानेर में इस केन्द्र को प्रारम्भ करवाने के लिए आभार प्रकट करते हुए उन्होंने‌ कहा कि बीकानेर के युवाओं को हुनरमंद बनने के नये अवसर मिल सकेंगे। एमजीएसयू के कुलपति प्रो मनोज दीक्षित ने कहा कि स्थानीय कला व कौशल को मोडिफाई कर तकनीक से जोड़ने की दिशा में नाइलिट सेंटर की अहम भूमिका रहेगी। उन्होंने कहा कि छोटे छोटे कोर्सेस को मिलाकर बड़े पाठ्यक्रम बनाते हुए आईटी के‌ क्षेत्र में और हुनरमंद युवा तैयार किये जायेंगे । इस केन्द्र के बीकानेर में खुलने से यहां विद्यार्थियों को लोकल स्तर पर ही तकनीक पढ़ने और सीखने के अवसर मिल सकेंगे। उन्होंने कहा कि बीकानेर संभावनाओं का शहर है। यह सेंटर इन‌ संभावनाओं को साकार करने में महत्वपूर्ण योगदान देगा।इनोवेशन सेंटर विश्विद्यालय में स्थापित करने के लिए उन्होंने कानून मंत्री और केंद्र सरकार का आभार प्रकट किया।
कार्यक्रम में डूंगर महाविद्यालय प्राचार्य दिग्विजय सिंह ने कहा कि डूंगर महाविद्यालय में नाइलिट सेंटर का खुलना यहां अध्ययरत विद्यार्थियों के लिए अभूतपूर्व अवसर होगा।
कार्यक्रम में सेंटर अधिशाषी निदेशक दीपक वासन ने स्वागत किया और पाठ्यक्रमों की जानकारी दी। इस अवसर पर इन्द्र सिंह राजपुरोहित, पूर्व प्राचार्य डॉ जी पी सिंह सहित इलेक्ट्रॉनिक व संचार मंत्रालय के वैज्ञानिक सुरेन्द्र सिंह व अन्य स्टाफ विद्यार्थी और गणमान्य उपस्थित रहे।

यह है सेन्टर के विशेष कोर्सेस

इस परियोजना के अंतर्गत समस्त कोर्सेज राष्ट्रीय स्तर पर प्रशिक्षित शिक्षकों , वैज्ञानिकों के माध्यम से भारत सरकार द्वारा सब्सिडाइज्ड दरों पर कोर्स उपलब्ध कराए जाएंगे और साथ ही ये कोर्स अनुसूचित जाति और जनजाति के छात्रों को समस्त पाठ्यक्रम निशुल्क उपलब्ध होंगे। इस संस्थान में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, साइबर सुरक्षा के साथ ए ,ओ लेवल,ट्रिपल सी जैसे आकर्षक पाठयक्रम में उपलब्ध होंगे।
डूंगर महाविद्यालय में ड्राइंग एंड पेंटिंग बिल्डिंग और महाराजा गंगा सिंह विश्विद्यालय में संचालित होने वाले इस केंद्र के माध्यम से विभिन्न इमर्जिंग टेक्नोलॉजी जैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस साइबर सिक्योरिटी और ओ लेवल ट्रिपल सी सहित अन्य कोर्सेज करवाए जाएंगे।