दादा साहेब फाल्के पुरस्कार मिलने के बाद अपनी जन्मभूमि मेड़ता पहुंचे केसी बोकाड़िया, हुआ जोरदार स्वागत

राजनीति

मेड़ता शहर में हुआ जगह जगह स्वागत व अभिनंदन, संतों के दर्शन कर लिया बोकाड़िया ने आशीर्वाद

मेड़ता सिटी // मेड़ता निवासी मशहूर फिल्म निर्माता केसी बोकाडि़या के शनिवार को मेड़ता आगमन पर उनका कई जगहों पर अभिनंदन किया गया। बोकाडिय़ा के फिल्मी सफर के 50 साल पूर्ण होने एवं विगत दिवस उन्हें चौथे दादा साहेब फाल्के आईकॉन अवार्ड मिला था। दादा साहेब फाल्के पुरस्कार मिलने से अभिभूत बोकाड़िया शनिवार को अपने गृहनगर मीरानगरी मेड़तासिटी आए। यहां पहुंचते ही उनके प्रशंसकों ने उन्हें फूलमालाओं से लाद दिया। इस दौरान उन्होंने अपने पुराने सहपाठियों व मोहल्लेवासियों सहित सभी लोगों से सहजता से मुलाकात की। बोकाड़िया ने ऐतिहासिक चारभुजा नाथ व मीरा मंदिर में भी धोक की। उन्होंने यहां विराजित जैन संतों के दर्शन कर आशीर्वाद लिया। उन्होंने जैन श्वेताम्बर तेरापंथ धर्मसंघ के वर्तमान अनुशास्ता आचार्य महाश्रमण के दर्शन कर उनका आशीर्वाद लिया तथा धार्मिक आयोजनों में भाग लिया।

मेड़ता में रिटायर एएसपी नवलकिशोर पुरोहित व राजीव पुरोहित तथा अनिल थानवी से मिलते केसी बोकाड़िया।
मेड़ता के चारभुजा चौक में भाजपा नेता वीरेन्द्र वर्मा व पूर्व पालिकाध्यक्ष अनिल थानवी व कैलाश गौड से मिलते केसी बोकाड़िया

मीरा महिला मंडल ने किया सम्मानित

मीरांबाई स्मारक में मीरां महिला मंडल की ओर से अध्यक्ष उमा शर्मा रजत के नेतृत्व में बोकाडिय़ा का अभिनंदन किया गया। इस मौके पर फिल्मकार बोकाडिय़ा ने कहा कि मै मेड़ता का हूं और मेड़ता मेरा है, मीरां नगरी मेड़ता के लोगों की दुआएं हमेशा उनके साथ रही है। यहां अपने लोगों के बीच आकर उनसे मिलकर उनको बहुत सुकून मिलता है। मीरां महिला मंडल अध्यक्ष उमा शर्मा रजत ने कहा कि हमे गर्व है कि मीरां नगरी मेड़ता की सख्शियत केसी बोकाडिय़ा ने फिल्म इन्डस्ट्रीज में सफलता पूर्वक अपने 50 साल पूरे करने के साथ ही दादा साहेब फाल्के आईकॉन अवार्ड से नवाजा गया, हम भगवान चारभुजानाथ एवं मॉ मीरां से यही प्रार्थना कामना करते है कि बोकाडिय़ा ऐसे ही मेड़ता का नाम रोशन करते रहे। वही जी ब्रिलियंट स्कूल प्राचार्य सरिता पुरोहित ने उनकी स्कूल की मेजबानी में 27 नवम्बर से एक दिसम्बर तक आयोजित होने वाली प्रदेश स्तरीय योगा प्रतियोगिता में एक दिसम्बर को समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया। इस पर बोकाडिय़ा ने भरोसा दिलाया कि वे पूरा प्रयास करेंगे। इस मौके पर मशहूर फिल्मकार बोकाडिय़ा को साफा बंधवाकर, भक्तशिरोमणी मीरांबाइ का स्मृति चिंह एवं माला भेंटकर मीरां महिला मंडल अध्यक्ष उमा शर्मा रजत, संरक्षक संतोष व्यास, सचिव बबीता सोनी, सरिता पुरोहित, सुधा दैया, भावना गुजराती सहित मंडल की कई महिलाओं ने सम्मान किया। वही बोकाडिय़ा ने मीरांबाई स्मारक का अवलोकन किया, इस दौरान स्मारक प्रबंधक नरेन्द्रसिंह जसनगर ने स्मारक की विस्तार से जानकारी दी।

अजीज मित्रों से मिल गदगद हुए बोकाड़िया

मीरा स्मारक के बाहर आते ही बोकाडिया ने वरिष्ठ भाजपा नेता वीरेन्द्र वर्मा, पूर्व पालिकाध्यक्ष अनिल थानवी, कैलाश गौड़ आदि से मुलाकात की। इस दौरान इन लोगों ने बोकाडिया को दादा साहेब फाल्के पुरस्कार मिलने की बधाईयां दी। चारभुजा चौक में काफी देर तक बोकाड़िया रूके। यहां हर आने जाने वाले से उन्होंने अभिवादन किया। इस दौरान बोकाडिया को देख वहां भीड़ लग गई। तदोपरांत बोकाड़िया अपने सहपाठी राजस्थान पुलिस के रिटायर एडिशनल एसपी नवलकिशोर पुरोहित के निवास पर गए। ये दोनों बचपन के सहपाठी है। पुरोहित पुलिस सेवा में रहते हुए भी बोकाड़िया निर्मित आधा दर्जन फिल्मों में रुपहले पर्दे पर भी अपनी रौबदार उपस्थिति दर्ज करवा चुके हैं। दोनों ने बचपन की काफी बातें शेयर की। इस दौरान पूर्व पालिकाध्यक्ष अनिल थानवी तथा राजीव पुरोहित आदि भी बोकाडिया से मिले। बकौल राजीव पुरोहित, बोकाडिया साब मेड़ता की ही नहीं बल्कि देश की बड़ी हस्ती है। मायानगरी की चकाचौंध के बाद भी वे अपनी मातृभाषा मारवाडी को नहीं भूले। आज भी मेड़ता में हर शख्स से वे मरवाडी में ही बतियाते नजर आए।