महाराजा रायसिंहजी ट्रस्ट ने जारी किया खण्डन
बीकानेर // जूनागढ की खाई में सोने के बिस्कुट मिलने के समाचारों पर महाराजा रायसिंह ट्रस्ट ने अपनी प्रतिक्रिया जारी है। ट्रस्ट की ओर से इस बात का खण्डन किया गया है कि कोटगेट थाने में प्राथमिकी दर्ज कराने वाला संजय शर्मा नाम का कोई व्यक्ति उनके ट्रस्ट का ट्रस्टी नहीं है। महाराजा रायसिंहजी ट्रस्ट के ट्रस्टी हनुवंत सिंह ने यहां जारी एक बयान में कहा कि संजय शर्मा नाम का कोई भी व्यक्ति महाराजा रायसिंहजी ट्रस्ट का ट्रस्टी नहीं है। उन्होंने अखबारों में इस आशय के प्रकाशित समाचारों का खण्डन किया। साथ ही अवगत कराया कि यह व्यक्ति ना तो ट्रस्टी है और ना ही सहायक आयुक्त देवस्थान विभागए बीकानेर में ट्रस्ट के अधिकृत ट्रस्टीगण में इनका नाम दर्ज हैं अतः ऐसे किसी व्यक्ति का ट्रस्ट से कोई लेना देना हैं। यदि स्वयं को ट्रस्टी बताकर गैरकानूनी तौर पर अनाधिकृत रुप एवं बदनियति से इन्होंने कथित एफआईआर दर्ज करवाई हैं तो ट्रस्ट द्वारा इनके खिलाफ आवश्यक कानूनी कार्यवाही की जायेगी।
खाई में मिली पीले रंग की दो धातुओं की जांच जारी, पुलिस से मांगा मार्गदर्शन
उधर महाराजा रायसिंहजी ट्रस्ट के ट्रस्टी हनुवंत सिंह ने जारी प्रेस नोट में कहा कि जुनागढ़ फोर्ट की खाई की दिवार की मरम्मत व सफाई का कार्य लगातार चलता रहता हैं। अभी हाल ही में मरम्मत व सफाई का कार्य करते समय मजदूरों को खाई में दो पीले रंग की धातु के बिस्किट नुमा वस्तुएँ महाराजा रायसिंहजी टूस्ट की खाई में प्राप्त हुई है। इस सन्दर्भ में ट्रस्ट द्वारा जॉच की जा रही है। इस सन्दर्भ में ट्रस्ट ने पुलिस महानिदेशक, बीकानेर व पुलिस अधिक्षक, बीकानेर को जरिए रजिस्टर्ड पत्र सूचित कर आगामी कार्यवाही हेतू मार्ग दर्शन करने का भी आग्रह कर दिया हैं।