संस्कारयुक्त शिक्षा ही राष्ट्र का प्राण है – मोहनराम चौधरी

शिक्षा

शारदा बाल निकेतन विद्यालय में उच्च अंक प्राप्त छात्र छात्राओं को किया सम्मानित

95% से अधिक लाये पांच विद्यार्थी, आंकाक्षा चोटिया रही नागौर में प्रथम

नागौर // स्थानीय शारदा बाल निकेतन उच्च माध्यमिक में प्रतिभाशाली छात्र छात्राओं और अभिभावकों को सम्मानित किया गया। प्रधानाचार्य गेनाराम गुरु ने बताया कि माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान अजमेर द्वारा आयोजित माध्यमिक परीक्षा – 2024 में विद्यालय के तीस से भी अधिक छात्र छात्राओं ने 90% अंक अर्जित कर विद्यालय का गौरव बढ़ाया है।
पांच विद्यार्थियों ने 95%से अधिक अंक अर्जित किए। बहिन आकांक्षा चौटिया ने सर्वाधिक 97.33%अंक प्राप्त किए। अभिनंदन समारोह का शुभारंभ पूर्व विधायक मोहनराम चौधरी,मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी रामनिवास जांगीड़,अतिरिक्त मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी राधेश्याम गोदारा,आदर्श शिक्षण संस्थान,नागौर के अध्यक्ष हरिराम धारणिया और विद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष केवलराज बच्छावत ने भारत माता, मां शारदा और ॐकार के दिव्य चित्रों के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया।उपखंड अधिकारी नागौर सुनील कुमार सियाग भी मंच पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। हरिराम धारणिया, केवलराज बच्छावत ने अतिथियों का माल्यार्पण कर और स्मृति चिह्न प्रदान कर स्वागत किया।
मंचस्थ महानुभावों का परिचय शारदा बालिका निकेतन उच्च माध्यमिक की प्रधानाचार्या कमला चारण ने करवाया और दसवीं बोर्ड की कक्षा का समग्र परिणाम भी प्रस्तुत किया।कार्यक्रम में उच्चतम अंक अर्जित करने वाले भैया बहिनों,अभिभावकों और आचार्य दीदियों को माला पहनाकर,साफा पहनाकर और मुंह मीठा करवाकर सम्मान किया गया।

इस अवसर पर मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए पूर्व विधायक मोहन राम चौधरी ने संस्कारयुक शिक्षा से राष्ट्रनिर्माण पर बल दिया। उन्होंने अभिभावकों से अपने घरों में भी संस्कारक्षम वातावरण का निर्माण करने का आव्हान किया। उन्होंने बताया कि बालक बालिकाओं को जैसा वातावरण मिलता है वे उसी के अनुरूप अपना जीवन निर्माण करते है। आज हमारे घरों में संतानों को रामायण,महाभारत,श्रीमद्भगवद्गीता ,रामचरितमानस जैसे सद साहित्य पढ़ने का वातावरण देने की आवश्यकता है ताकि वो मर्यादित आचरण के साथ जीवन जीने की कला को सीख सकें।
बच्चों के उठने बैठने,व्यवहार,बोल चाल,वेशभूषा से भारतीयता का प्रकटीकरण होना चाहिए। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ कार्यकर्ता साजनराम ने मातृभाषा में शिक्षण पर प्रकाश डाला और कहा कि स्वभाषा में प्राप्त किया गया अध्ययन बालकों की आंतरिक समझ को विकसित करता है।इससे वो आगे जाकर प्रतिस्पर्धा के युग में भी श्रेष्ठ प्रदर्शन करते हैं।उपस्थित भैया बहिनों,अभिभावकों को उपखंड अधिकारी सुनील कुमार सियाग और मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी रामनिवास जांगीड़ ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम का संचालन विद्यालय के पूर्व छात्र शरद कुमार जोशी ने किया। बालिका विद्यालय की प्रबंध समिति की सदस्या इंदू चौधरी ने आभार प्रकट किया।कार्यक्रम के प्रारंभ में दीप मंत्र और सरस्वती वंदना प्रस्तुत की गई और कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगीत वन्देमातरम के सामूहिक गायन से किया गया।

ये भी रहे उपस्थित

अभिनंदन समारोह में आदर्श शिक्षण संस्थान के सहव्यवस्थापक हेमंत जोशी,जिला सांख्यिकी अधिकारी संजय सोनी,प्रबंध समिति सदस्य रामप्रसाद कासनिया,जितेंद्र वैष्णव,शिंभुराम चोटिया,बजरंग सांखला,सरिता जोशी, मधु सोनी, रेणुका पुरोहित, भवानी सिंह राठौड़,आदर्श शिक्षण संस्थान नागौर के सचिव रामसिंह राठौड़, व्यवस्थापक हनुमान सिंह देवड़ा,उच्च प्राथमिक भाग के प्रधानाध्यापक अरविंद बोड़ा, भारत विकास परिषद के सदस्य श्रवण कुमार सोनी, अभिभावक हनुमान भाकर,चंद्रप्रकाश मूथा, छात्रावास अधीक्षक भागीरथ,जगराम,विद्यालय के आचार्य लक्ष्मीनारायण, रोहित व्यास, प्रेमाराम गुरु,घेवरराम डूकिया, श्रवण सेन,पल्लवी,मोना व्यास,सीमा मिश्र,आदि भी उपस्थित थे।

सेवा कर्मियों का भी हुआ सम्मान

इस अवसर पर विद्यालय में अध्ययन अध्यापन के वातावरण को तैयार करने और विद्यालय की स्वच्छता में सहयोग करने वाले सेवाकर्मियों रेवंतराम, ममता, कांताबाई, मनमोहन, ताराबाई का भी पूर्व विधायक मोहनराम चौधरी ने माला पहनाकर अभिनंदन किया।